मानसून के दिनों कई बीमारियां और संक्रमण लोगों को अपनी चपेट में ले लेते हैं। इस मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियां काफी आम होती हैं। बीते कुछ समय से जहां डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे थे तो वहीं अब Chikungunya भी चिंता बढ़ाने लगा है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी सभी जरूरी बातें।
रसात का मौसम आते ही अलग-अलग हिस्सों में डेंगू समेत कई बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से देश के अलग-अलग हिस्सों में डेंगू पहले से ही परेशानी की वजह बनी हुआ है। वहीं, अब चिकनगुनिया ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। हाल ही हैदराबाद में बच्चों में चिकनगुनिया के तेजी से बढ़ते मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे चिकनगुनिया से जुड़ी यह सभी जानकारियां, जो इस बीमारी को पहचानने और इससे बचने में आपकी मदद करेंगी।
नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल के मुताबिक चिकनगुनिया को चिकनगुनिया वायरस डिजीज या चिकनगुनिया बुखार के नाम से भी जाना जाता है। एक कमजोर करने वाली, लेकिन नॉन-फैटल, वायरल बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलती है। यह काफी हद तक डेंगू बुखार जैसी दिखती है।
चिकनगुनिया का कारण
चिकनगुनिया, मुख्य रूप से चिकनगुनिया वायरस के कारण होता है, जिसे टोगाविरिडे फैमिली, जीनस अल्फावायरस में वर्गीकृत किया गया है। यह एडीज मच्छर, मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी के काटने से फैलता है।
कैसे फैलता है चिकनगुनिया?
चिकनगुनिया मुख्य रूप एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। ये मच्छर आमतौर पर दिन के समय काटते हैं। मच्छर आमतौर पर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटकर किसी और स्वस्थ व्यक्ति को काटकर इस बीमारी फैलाता है। हालांकि, एक संक्रमित व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों में सीधे संक्रमण नहीं फैला सकता। इसका मतलब है कि चिकनगुनिया कोई संक्रामक रोग नहीं है।
चिकनगुनिया के लक्षण
चिकनगुनिया के कुछ प्रमुख लक्षणों में-
- उल्टी
- मतली
- सिरदर्द
- ठंड लगना
- जोड़ों में दर्द
- शरीर पर दाने
- अचानक बुखार
चिकनगुनिया से बचाव
चिकनगुनिया का कोई विशेष इलाज नहीं है। इस वायरस का न तो कोई टीका है और न ही संक्रमण को ठीक करने के लिए दवाएं उपलब्ध हैं। ऐसे में कुछ जरूरी बातों का ध्यान रख इससे बचाव किया जा सकता है। चिकनगुनिया से बचाव के लिए निम्न बातों का ध्यान रखें-
- त्वचा और कपड़ों पर मास्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
- जब घर के अंदर मच्छरों को घुसने से रोकने के लिए खिड़की-दरवाजे बंद रखें।
- रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- घर से बाहर निकलते समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल स्लीव वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें।